बागेश्वर धाम महाराज का घर : बागेश्वर धाम महाराज के माता पिता, भाई

बागेश्वर धाम महाराज का घर, बागेश्वर धाम महाराज का घर : बागेश्वर धाम महाराज के माता पिता, भाई (All Queries Covered )
              और उनका परिवार
श्री बागेश्वर धाम 👇👇

श्री गुरु चरण सरोज रज, निज मन मुकुरु सुधारि।
बरनऊँ रघुवर बिमल जसु, जो दायक फल चारि।।

बागेश्वर धाम महाराज का घर परिवार

बागेश्वर धाम महाराज के बारे में तो लगभग सभी लोग जानते हैं लेकिन उनके घर परिवार को बहुत ही कम लोग जानते हैं।


बहुत संघर्ष के बाद उनके परिवार के बारे में वही के स्थानीय लोगों से पता किया तब  उन्होंने उनके घर के पते के बारे में बताया। उनका सारा परिवार उसी गांव में रहता है जहां पर यह प्राचीन मंदिर स्थित है, उनका घर ग्राम गड़ा (गंज) में  ही है ना की किसी और क्षेत्र से आए थे | उनका परिवार पहले से वहां पर रहता था उनसे पहले उनके दादाजी भी यहीं पर निवास करते थे।

परिवार की स्थिति

विगत  आज से लगभग कुछ समय पहले  उनकी और उनके परिवार की स्थिति बहुत ही मुश्किल परिस्थितियों वाली थी। उनके परिवार में यह तो पता नहीं है कि कितने सदस्य हैं परंतु उनके माता-पिता और एक छोटा भाई अभी भी वहीं पर अपने निज निवास गड़ा गंज  में ही रहते हैं।

आज होती है देश विदेश में पूजा : बागेश्वर धाम महाराज

पहले परिवार की स्थिति बहुत ही कमजोर थी परंतु श्री बागेश्वर धाम महाराज ने बहुत अधिक संघर्ष किया और बाद में श्री हनुमान जी के आशीर्वाद से आज इस मुकाम पर पहुंचे हैं, जहां अब उनकी पूजा देश विदेश में होने लगी है। बागेश्वर धाम सरकार ने कुछ अपने निजी जीवन के संघर्ष के बारे में बताया उन्होंने कहा की मैं ही अपने परिवार में सबसे बड़ा था और परिवार का भरण पोषण मुझे ही करना होता था जिसके चलते  लोगों के घरों में जाकर के दान दक्षिणा मांगा करते थे और कथा पूजा इत्यादि से अपने घर पर भरण पोषण करते थे।

बागेश्वर धाम महाराज – भगवान की शरण

उनके पिताजी ज्यादा कुछ करते नहीं थे और बाकी घर का सारा भार उन्हीं पर आ गया था। फिर उसके बाद जैसे ही वे थोड़े बड़े हुए फिर उनके जीवन में बदलाव आना प्रारंभ हो गया फिर वे भगवान की शरण में चले गए और धीमे धीमे उनके अंदर शक्तियों का विस्तार होता गया और आज संसार के दुखों को कम करने का प्रयत्न कर रहे हैं।

कई युगों में होते हैं ऐसे महापुरुष : बागेश्वर धाम महाराज

आज के इस युग में इस तरह के संत सिद्ध पुरुष  बहुत ही कम देखने को मिलते हैं, उनसे पहले उनकी जो दादाजी थे, वह भी इसी तरह से दरबार लगाया करते थे आज उनकी समाधि उसी मंदिर के पास स्थित है, वही बागेश्वर धाम महाराज के गुरु थे उन्हीं के सानिध्य में रहकर उन्होंने यह सब प्राप्त किया है और श्री बालाजी हनुमान की कृपा दृष्टि उन पर हुई।

अब आप सभी घर बैठे हुए उनके प्रवचनों के आनंद की अनुभूति ले सकते हैं , इनके बारे में कहने के लिए तो बहुत कुछ है परंतु मेरे पास इनके बारे में बोलने के लिए इससे ज्यादा कुछ भी नहीं अब आप ही जाकर एक बार अपने अनुभव ले और सभी को  इनसे जुड़ने के लिए प्रेरित करे।

☯ किसी भी तीर्थ स्थल जाते समय ध्यान देने योग्य बातें-

दोस्तों भगवान की पूजा करना और सही तरीके से पूजा करना इन दोनों में फर्क होता है | कहा जाता है कि यदि हम एक दिन पढ़ाई करते हैं और अगले 4 दिन नहीं करते हैं तो हमारा पड़ा हुआ कभी भी काम नहीं आता | ठीक वैसा ही कांटेक्ट देवताओं के साथ होता है हमें उनकी पूजा बड़ी ही सूझबूझ और नियम से करनी होती है इसके बाद ही हमें उसका प्रतिफल प्राप्त होता है |

  • ▶️दोस्तों यदि आप बागेश्वर धाम जाते हैं तो आपको बागेश्वर धाम में अर्जी बांधने से नियम के बारे में भी पता होगा
  • ▶️यदि इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है तो आप बागेश्वर धाम
  • के यूट्यूब चैनल के माध्यम से पता कर सकते हैं |

☯ बागेश्वर धाम में अर्जी लगाने का क्या तरीका है?

दोस्तों अर्जी बांधने से कुछ नहीं होता परंतु अर्जी को सही नियम से बांधा गया और उसका पालन किया गया तो उसका प्रतिफल भक्तों को जरूर प्राप्त होता है | बागेश्वर धाम में अर्जी बांधने के लिए कुछ इस प्रकार के नियम अपनाना चाहिए-

🛑 ॐ बागेश्वर आए नमः मंत्र के साथ ही बागेश्वर धाम की परिक्रमा लगाना चाहिए और इसी मंत्र के साथ सन्यासी बाबा की जय बोलते हुए धाम पर अर्जी बांधते हैं |

🛑 अर्जी बांधने के लिए आप किसी विशेष कपड़े का इस्तेमाल नहीं करेंगे इसके लिए लाल कपड़े को ही उपयुक्त माना गया है |

🛑 अर्जी बांधने के बाद आपके लिए एक बेहतर टास्क होता है कि बागेश्वर धाम की पेशी करना अनिवार्य हो जाता है |

🛑 बागेश्वर धाम में प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग आते हैं जिस कारण से वर्तमान में किसी भी दिन बागेश्वर धाम की पेशी की जा सकती है |

🛑 यदि आप अर्जी बांधने के लिए बागेश्वर धाम नहीं आ पाते आप बागेश्वर धाम से काफी दूरी पर निवासरत है तो यह प्रक्रिया आप अपने घर पर ही कर सकते हैं |

🛑 घर पर अर्जी बांधने हेतु कुछ विशेष नियम होते हैं जिनमें आपको सबसे पहले अर्जी बांधने के लिए किसी ऐसे स्थान का चयन करना होता है जो पूरी तरीके से स्वच्छता से भरा हुआ हो और सुरक्षित हो |

🛑 घर पर अर्जी बांधने के बाद आप समय मिलने पर बागेश्वर धाम की पेसी कर सकते हैं और अर्जी भी बांध सकते हैं |

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☯ बागेश्वर धाम में अर्जी लगाने के बाद क्या होता है?

दोस्तों बागेश्वर धाम में अर्जी लगाने के बाद बालाजी महाराज की कृपा से आपकी हर मनोकामना पूरी होती है | बागेश्वर धाम में आयोजित होने वाले दिव्य दरबार का हिस्सा होने के लिए आपको टोकन लेना अति आवश्यक होता है |

टोकन कैसे ले सकते हैं इसके बारे में समस्त जानकारी आप बागेश्वर धाम कार्यालय से ले सकते हैं | किसी भी सोशल मीडिया के माध्यम से इस प्रकार की जानकारी को यदि आप प्राप्त करते हैं तो वह गलत भी हो सकती है | बागेश्वर धाम की समस्त जानकारी बागेश्वर धाम सरकार की ऑफिशियल चैनल के माध्यम से और ऑफिशल इंस्टाग्राम अकाउंट से पता चल जाती है |

  • ✅ यदि किसी भक्तों को टोकन मिलने के बाद बागेश्वर धाम कार्यालय से दिव्य दरबार के लिए बुलाया जाता है तो समय पर बागेश्वर धाम पहुंचकर महाराज जी से मिल सकता है |
  • ✅ बागेश्वर धाम में टोकन डलने का एक निश्चित समय होता है जिसकी जानकारी बागेश्वर धाम महाराज के द्वारा ही दी जाती है |
  • ✅ महाराज जी से मिलने के बाद अक्सर प्रत्येक भक्तों को यही सलाह होती है कि वे कम से कम 21 पेशी बागेश्वर धाम की करें तो बालाजी महाराज की कृपा उन पर अवश्य होगी |
  • ✅ बागेश्वर धाम में दिव्य दरबार का आयोजन बहुत कम हो पाता है क्योंकि बागेश्वर धाम महाराज अक्सर शहर से बाहर कथाएं करने में व्यस्त रहते हैं |

☯ सनातन धर्म क्या होता है?

दोस्तों सनातन धर्म का सीधा तात्पर्य यह है कि यह धर्म करोड़ों वर्ष पुराना है अर्थात कई बार दुनिया का विनाश होगा होगा परंतु सनातन धर्म वही रहा होगा | सनातन धर्म एक ऐसा धर्म है जो सदियों से चला आ रहा है वह कभी बदलता नहीं है |

धीरेंद्र कृष्ण महाराज सनातन धर्म को ही प्रचारित करते हैं और सनातन धर्म की राह पर हिंदुत्व को आगे बढ़ाने का प्रयास करते हैं|
सनातन धर्म बहुत पुराना धर्म माना जाता है जो हजारों वर्ष पहले से चला आ रहा है | करोड़ो वर्षो पहले से लोगों का कहना है कि महादेव की साक्ष्य हर जगह प्राप्त होते हैं यही एक कारण है कि भारत एक सनातनी देश है |

☯ हिंदुत्व क्या होता है?

कई लोग यह सवाल खोजते रहते हैं कि हिंदुत्व क्या होता है दोस्तों हिंदुत्व शब्द हिंदुओं से मिलकर बना है | जिसका अर्थ होता है हिंदुओं की भावना | हिंदुत्व यह छपा हुआ है कि हिंदुओं की सनातन धर्म के प्रति क्या आस्था और भावना है |

☯ बागेश्वर धाम महाराज की तपस्या की कहानी-

दोस्तों बागेश्वर धाम महाराज के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने लगभग 14 वर्ष तक तपस्या के तौर पर भिक्षा मांग कर अपना गुजर चलाया है | धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के बारे में कई रोचक कहानियां सुनने को मिलते हैं जो अलग-अलग तरीके से बताई जाती हैं |

☯ धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी की तपस्या से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण पहलू-

⏩☛ दोस्तों कहा जाता है वह भला कैसे डूबेगा जिसका हाथ बाबा ने थाम रखा हो?

ठीक वैसा ही धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी के साथ हुआ उनके जीवन में कई कठिनाइयां आईं परंतु समय पर उनका वर्चस्व और ख्याति दुनिया में फैल गई |

⏩☛ धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी जब तक भिक्षा मांग कर अपना जीवन यापन चला रहे थे तब तक उनका कोई अस्तित्व नहीं था एक गांव में एक छोटे ब्राह्मण के रूप में जाने जाते थे |

⏩☛ धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के परम पूज्य दादाजी की प्रेरणा से धीरेंद्र कृष्ण जी को आशीर्वाद मिला और ज्ञान की अनुभूति हुई जिसके बाद भी बागेश्वर धाम की पूजा करने लगे |

⏩☛ उनके जीवन में एक कठिन मोड़ बहुत भयानक आया था जब वे वृंदावन कथा सीखने के लिए जाना चाहते थे और पैसों के कारण वे जा नहीं पाए थे | इसके बारे में भी कई बार कथा के दौरान भावुक पलों के साथ लोगों में शेयर करते हैं |

⏩☛ धीरे-धीरे सब कुछ ठीक हो गया और बागेश्वर धाम महाराज एक कथा वाचक बन गए उनका घर चलने लगा और सब कुछ मानो पल भर में बदल गया हो |

⏩☛ वर्तमान में बागेश्वर धाम सरकार का फैसला है कि वे शादी भी करना चाहते हैं परंतु इसके बारे में अभी तक कोई पुख्ता जानकारी नहीं मिली है |

⏩☛ दोस्तों कहा जाता है समय सबका एक जैसा नहीं रहता वह हमेशा कभी ना कभी बदलता है इसका जीता जागता उदाहरण धीरेंद्र तिवारी जी हैं |

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☯ बागेश्वर धाम महाराज का बचपन-

बागेश्वर धाम महाराज के बारे में कई कहानियां सुनने को मिलती जिसमें सबसे रोचक कहानी यह है कि वे जीवन के ऐसे मोड़ से गुजर कर आगे बढ़े हैं जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती | दोस्तों उनके बारे में कहा जाता है कि एक समय उनके पास दोनों टाइम का भोजन भी नहीं हुआ करता था वे शाम को कभी-कभी भूखे सो जाया करते थे |

धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी कथा के दौरान कई बार लोगों को अपनी जिंदगी के बीते हुए पलों के बारे में बताते हैं और भावुक हो जाते हैं| वे कथा के दौरान कहते हैं कि भगवान पर भरोसा रखो इंसान के पास दुख हमेशा नहीं रहता | धीरेंद्र महाराज बताते हैं कि उनके दादाजी कहा करते थे बेटा भगवान पर भरोसा रखो सब कुछ ठीक हो जाएगा | धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी अपने दादाजी के द्वारा बताए गए नियमों का पालन करते रहे और आज उसी का परिणाम उनको भरपूर मिल रहा है |

☯ कैसे बना एक गरीब लड़का युवा संत?

दोस्तों बागेश्वर धाम महाराज की उम्र ज्यादा नहीं है लगभग 26 की है और इतनी कम उम्र में एक चर्चित कथाकार और धर्म प्रचारक बहुत कम लोग ही हो पाते हैं | वर्तमान में उम्र की हिसाब से अगर देखा जाए तो उन्होंने जरूरत से ज्यादा उपलब्धि भी हासिल की है| उनकी तपस्या की कहानी एक अलग ही रूप ले लेती है |

दोस्तों संत तो बहुत देखे मगर इतनी कम उम्र में इतनी अधिक उपलब्धि प्राप्त करने वाला संत केवल एक ही हैं जिसे बागेश्वर धाम सरकार के नाम से जाना जाता है | धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी के कथावाचक बनने के पीछे बहुत बड़े संघर्ष की कहानी है |

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